जम्मू और कश्मीर धरती पर जन्नत है और इसमें पहलगाम एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. जहाँ पर कई सारे बॉलीवुड मूवी का शूटिंग हुआ है, जिसमे से एक पॉपुलर मूवी है “बेटा” जिसमे अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित लीड रोल में काम किये है.
पहलगाम की खूबसूरती में साल 2025 में कुछ लोगो ने दाग लगाने की कोशिश किया है, लेकिन पहलगाम की खूबसूरती अभी भी बरक़रार है और पहलगाम घूमने की 5 सबसे बेहतरीन जगहें जहाँ हर भारतीय या दुनिया के किसी भी देश लोगो को जाना चाहिए.
1. बेताब घाटी
इस घाटी का नाम पड़ा है, बेताब फिल्म की वजह से क्योकि इस मूवी की शूटिंग हुआ था. हरे-भरे मैदान और बर्फ से ढके पहाड़ इस घाटी को मनोरम बनाते है. पिकनिक, घुड़सवारी और फोटोग्राफी के लिए सबसे बेहतर जगह माना जाता है. इसलिए तो पहलगाम के सबसे सुन्दर जगहों में से एक है. यहाँ पर सलमान खान, आलिआ भट्ट जैसे कई सारे फ़िल्मी सितारे भी यहाँ जा चुके है. अगर अकेले, फॅमिली के साथ घूमने जाने का प्लान बना रहे है.

बेताब घाटी तक पहुंचना बहुत आसान है, यह पहलगाम केवल 7 किलोमीटर दूर है और यहाँ से प्राइवेट और शेयरिंग दोनों तरीके के ट्रेवल सुविधाएं मौजूद है. अगर बात करे सबसे बड़ा शहर श्रीनगर से तो बेताब घाटी की दूरी 85 किलोमीटर है.
बेताब घाटी तक कैसे पहुंचे
- दूरी: पहलगाम से 7 किमी, श्रीनगर से 85 किमी।
- कैसे पहुँचें: प्राइवेट टैक्सी, शेयरिंग जीप या लोकल बस उपलब्ध
- सर्वश्रेष्ठ समय: अप्रैल से सितंबर (गर्मी और मानसून)
- टिप्स: गर्म कपड़े साथ रखें, क्योंकि शाम को ठंड बढ़ सकती है। घुड़सवारी के लिए स्थानीय गाइड से रेट पहले तय करें
- खर्च: प्रवेश शुल्क लगभग ₹100 प्रति व्यक्ति, घुड़सवारी ₹300-500
2. अरु घाटी
कैंपिंग के शौक़ीन है, तो पहलगाम से 12 किमी दूर एक खूबसूरत और सुंदर जगह है अरु घाटी जहाँ पर हरी घास के मैदान से लेकर सुन्दर पहाड़ी घाटी है. अरु घाटी के पास एक छोटा गांव है. जब मैंने पिछले साल अमरनाथ की यात्रा किया था, तो पहलगाम में कुछ समय के लिए रुका था. उसी समय मेरे के दोस्त ने अरु घाटी के बारे में बताया और यहाँ पर एक रात रुकने का मौका मिला.

मैं ऐसी जगह पहले कभी नहीं देखा, इतना सुन्दर, शांत और भीड़भाड़ से दूर यहाँ जगह तन-मन दोनों को शांति देने वाली है. अगर पहलगाम के ट्रिप पर है, तो एक बार जरूर अरु घाटी जाए.
अरु घाटी तक कैसे पहुंचे
- दूरी: पहलगाम से 12 किमी
- कैसे पहुँचें: टैक्सी या जीप किराए पर
- सर्वश्रेष्ठ समय: मई से अक्टूबर
- टिप्स: ट्रेकिंग के लिए आरामदायक जूते और पानी की बोतल साथ रखें। स्थानीय गाइड की मदद लें
- खर्च: टैक्सी किराया ₹800-1200, कैंपिंग ₹1000-2000 प्रति रात
3. लिद्दर नदी
ट्रैकिंग, राफ्टिंग के लिए ट्रेवल करने वालो के लिए पहलगाम मुख्य बाजार से कुछ मिनट की दूरी पर लिद्दर नदी है. यहाँ पर हर साल लाखो सैलानी जाते है और कैंपिंग, राफ्टिंग और ट्रैकिंग जैसे चीज़ो का मज़ा लेते है. मैं यहाँ पर लोकल भुट्टे का मज़ा लिया और एक रात नदी के तट पर कैंपिंग किया था, स्वच्छ हवा और शांत वातावरण के बीच रात में आसमान बिलकुल साफ़ रहता है.

यह नदी अमरनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित पवित्र शेषनाग झील से निकलती है. इसकी वजह से यहाँ पर एक धार्मिक मान्यता भी है, जिसकी वजह से मैंने यहाँ पर एक रात बिताने का तय किया. गर्मियों के मौसम में देश-विदेश से सैलानी यहां रिवर राफ्टिंग, ट्राउट फिशिंग और कैंपिंग जैसी एडवेंचर्स के लिए आते है. इसके किनारे बसे घास के मैदान, चीड़ के जंगल और बर्फीली चोटियां इसे स्वर्ग जैसा बनाती है.
लिद्दर नदी तक कैसे पहुंचे
- दूरी: पहलगाम मुख्य बाजार से कुछ मिनट।
- कैसे पहुँचें: पैदल या रिक्शा।
- सर्वश्रेष्ठ समय: अप्रैल से अक्टूबर।
- टिप्स: राफ्टिंग के लिए लाइसेंस्ड ऑपरेटर चुनें। नदी किनारे स्थानीय चाय और मक्का भुट्टा का आनंद लें।
- खर्च: राफ्टिंग ₹500-1000 प्रति व्यक्ति।
4. चंदनवारी
पहलगाम से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चंदनवारी एक प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 2,895 मीटर है और यहाँ जगह जितना खूबसूरत है उतना ही इसका धार्मिक महत्त्व भी है. अमरनाथ यात्रा की शुरुआत चंदनवारी से होती है, इसके लिए इसे अमरनाथ यात्रा का द्वार कहाँ जाता है. चंदनवारी इतना खूबसूरत है की एक बार आने पर इसमें मेरा मन मोह लिया.

चारो तरफ से बर्फीली पहाड़िया, रंग-बिरंगे फूल और लम्बे-लम्बे पेड़ ऐसा लगता की यह स्वर्ग का द्वार है. जितने भी लोग अमरनाथ की यात्रा में जाते है, चंदनवारी में जरूर रुकते है. इसके लिए यहाँ पर होटल, धर्मशालाए बने है. जहाँ पर लोग स्लेजिंग और ट्रेकिंग के लिए रुकते है. मुझे यहाँ पर 2 राते रुकने का मौका मिला और मेरे लिए जीवन में अलग अनुभव रहा.
चंदनवारी तक कैसे पहुंचे
- दूरी: पहलगाम से 16 किमी।
- कैसे पहुँचें: टैक्सी या लोकल बस।
- सर्वश्रेष्ठ समय: जून से अगस्त।
- टिप्स: बर्फ में फिसलन से बचने के लिए अच्छे जूते पहनें। सनस्क्रीन और धूप का चश्मा साथ रखें।
- खर्च: टैक्सी किराया ₹1000-1500, स्लेज राइड ₹200-400।
5. कोलाहोई ग्लेशियर
पहलगाम से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर में और अरु गाँव से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर कोलाहोई ग्लेशियर स्थित है. अगर किसी को लम्बे समय के ट्रैकिंग के लिए जाना है. तो इसके लिए कोलाहोई ग्लेशियर एक अच्छा टूरिस्ट प्लेस है, यहाँ पर 5 डेज का ट्रैकिंग होता है. लेकिन यहाँ जाने के लिए एक्सपीरियंस और सरकार द्वारा सर्टिफिफिएड गाइड का होना जरुरी है.

अगर अरु गांव के पास है, तो एक बार जरूर कोलाहोई ग्लेशियर ट्रिप का प्लान बनाये। कश्मीर में जाकर अगर कोलाहोई ग्लेशियर ट्रैकिंग नहीं किया तो क्या किया। लोकल लोगो के बीच में कोलाहोई ग्लेशियर की धार्मिक मान्यता है, लोग “प्रकाश की देवी” मानते है.
कोलाहोई ग्लेशियर तक कैसे पहुंचे
- दूरी: पहलगाम से 35 किमी।
- कैसे पहुँचें: गाइड के साथ ट्रेक।
- सर्वश्रेष्ठ समय: जून से सितंबर।
- टिप्स: अनुभवी गाइड और ट्रेकिंग गियर जरूरी। ठंड के लिए गर्म कपड़े और प्राथमिक चिकित्सा किट साथ रखें।
- खर्च: ट्रेकिंग पैकेज ₹5000-10000 प्रति व्यक्ति