मेघायलय में खासी हिल्स इन दिनों खूब चर्चा में है, क्योकि यहाँ से एक कपल गायब हो गए है. लेकिन इससे ज्यादा प्राकृतिक रहस्यों से भरा है मेघालय का ये माउंटेन रेँज, जिसके लिए हज़ारो लोग खासी हिल्स व्यू पॉइंट और नेचुरल ब्यूटी के लिए आते है. खासी हिल्स जाने से पहले कुछ ऐसे नेचुरल रहस्य और जानकारी है, जिसके बारे में हर टूरिस्ट को पता होना चाहिए.
भारत के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में स्थित वेस्ट खासी हिल्स डिस्ट्रिक्ट और इसका मुख्यालय नोंगस्टोइन उन अनगिनत खूबसूरत स्थानों में से एक है. यहाँ पर साल में ज्यादा टूरिस्ट नहीं जाते है और यहाँ पर प्राकृतिक रहस्य है और यहाँ पर यही जानकारी है. मेघालय के खासी हिल्स भारत के सबसे रहस्यमय और खूबसूरत पर्वतीय क्षेत्रों में से एक हैं। ईस्ट खासी हिल्स और वेस्ट खासी हिल्स में बंटे इस क्षेत्र में ऐसे अनगिनत रहस्य छुपे हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आज मैं आपके साथ इन पहाड़ियों के 7 सबसे अद्भुत रहस्य साझा कर रहा हूं।
मेघालय के खासी हिल्स के रहस्य
1. स्कॉटलैंड ऑफ द ईस्ट का रहस्य शिलांग को “पूर्व का स्कॉटलैंड” क्यों कहा जाता है? इसका कारण यहां की पहाड़ियों की आकृति है जो बिल्कुल स्कॉटिश हाइलैंड्स की तरह दिखती है. अंग्रेजों ने 1864 में पहली बार इस समानता को नोट किया था.

2. जीवित पुलों का रहस्य (Living Root Bridges): डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज चेरापूंजी में स्थित दुनिया का एकमात्र दो-मंजिला जीवित पुल है. यह रबर के पेड़ों की जड़ों से बना है और 500 साल से भी ज्यादा पुराना है.

3. दुनिया की सबसे ज्यादा बारिश का रहस्य: मावसिनराम में सालाना औसतन 11,871 मिमी बारिश होती है. यहां एक दिन में इतनी बारिश हो सकती है जितनी दिल्ली में पूरे साल नहीं होती.

4. खासी भाषा का रहस्य: खासी भाषा ऑस्ट्रो-एशियाटिक भाषा परिवार से संबंधित है, जो भारत की अधिकांश भाषाओं से बिल्कुल अलग है. यह वियतनाम और कंबोडिया की भाषाओं से मिलती-जुलती है.

5. नोहकलिकाई फॉल्स का दुखद रहस्य: भारत का सबसे ऊंचा झरना नोहकलिकाई (340 मीटर) एक दुखद कहानी से जुड़ा है. ‘नोह’ का मतलब है कूदना और ‘कलिकाई’ एक महिला का नाम था जिसने अपने बच्चे की हत्या के बाद इस चट्टान से कूदकर जान दे दी थी.

6. पवित्र जंगलों का रहस्य (Sacred Groves): खासी लोग देवराई या पवित्र जंगलों की रक्षा करते हैं। ये जंगल सैकड़ों साल पुराने हैं और यहां प्रवेश वर्जित है। इन्हें लॉ खंडलीं कहा जाता है.

7. मेघपिण्डों के बीच रहने का रहस्य: खासी हिल्स में बादल जमीन से मात्र 200-300 मीटर की ऊंचाई पर रहते हैं. इसीलिए यहां अक्सर लगता है कि आप बादलों के अंदर चल रहे हैं.

खासी हिल्स रहस्यों से भरा है, यहाँ जीतनी सुंदरता है वही पर कई सारे ऐसे टूरिस्ट यहाँ से गायब हो गए है. इंदौर एक कपल का केस आया है, जो खासी हिल्स घूमने गया था। लेकिन यही से गायब हो गया जो की एक बड़ा केस है. ऐसे में यहाँ के टूरिस्ट बिज़नेस बड़ा असर पड़ सकते है. ऐसे में यहाँ जाने से पहले सिक्योरिटी से रिलेटेड सभी जानकारी हासिल कर लेना.
मेघालय के खासी हिल्स के रहस्य से बहुत सारे लिस्ट अभी बाकि है. यहाँ पर 1000 से अधिक गुफाएं, जहाँ पर कई सारे आदिवासी रहते है, वैसे तो यहाँ के लोग बहुत शांत माने जाते है. जहाँ पर टूरिस्ट का ख़याल रखा जाता है. लेकिन ये जरुरी है, की ऐसे प्रॉब्लम आपके साथ ना हो इसके लिए पहले से होटल, ट्रेवल रूट सब कुछ प्लान कर ले. ऐसे में आपको घूमने में प्रॉब्लम नहीं होगा.